
व्हाट्सएप पर लाइव उत्तरांचल न्यूज के नियमित समाचार प्राप्त करने व हमसे संपर्क करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/BhBYO0h8KgnKbhMhr80F5i
नैनीताल। लाइव उत्तरांचल न्यूज
कुमाऊं विवि नैनीताल के ४८वें स्थापना दिवस मंगलवार को सादगी से मनाया गया। इस मौके पर कुलपति प्रो.जोशी ने शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनायें दी। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि विवि के साथ 47 वर्षों की अपार उपलब्धियों का एक जीता-जागता इतिहास जुड़ा हुआ है। विवि ने इन वर्षों में ज्ञान, विज्ञान, न्याय, राजनीतिक, प्रशासनिक, सांस्कृतिक हो या खेलकूद, हर क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारा है, संवारा है। वर्तमान में विवि में डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थी विभिन्न संकायों एवं ज्ञानानुशासनों में अध्ययनरत हैं।
विवि ने विभिन्न शैक्षणिक प्रवृत्तियों, उपलब्धियों और नवाचारों से उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में अपने विशिष्ट स्थान को कायम रखा है। शैक्षणिक और सहशैक्षणिक दोनों ही दृष्टियों से विवि की अनेक उपलब्धियाँ उल्लेखनीय हैं। उन्होंने कहा कि विवि के योजनाबद्ध विकास और विस्तार के लिए सभी की प्रतिबद्धता और रचनात्मक ऊर्जा इसके उत्तरोत्तर प्रगति के लिए संकल्पित और प्रेरित कर रही है।
कुलपति ने विश्वास जताया कि सभी का कौशल और परस्पर समन्वय विवि के स्वरुप को और अधिक समुन्नत करेगा और राज्य के विद्यार्थियों के लिए उज्ज्वल भविष्य गढ़ने का सशक्त माध्यम बनेगा।

इधर कुलपति के नैनीताल से बाहर होने पर इस मौके पर प्रशासनिक भवन सूखाताल में सादा कार्यक्रम आयोजित किया गया। परिसर निदेशक प्रो. एलएम जोशी एवं कार्यवाहक कुलसचिव दुर्गेश डिमरी ने स्व. देव सिंह बिष्ट एवं स्व. दान सिंह बिष्ट को श्रद्धापुष्प अर्पित किये। जिनका इस विवि की स्थापना में अहम योगदान रहा है। इसके साथ ही उपस्थित लोगों को मिष्ठान वितरण भी किया गया। कार्यक्रम को कोविड-19 के कारण सादगी एवं पूर्ण सजगता के साथ आयोजित किया गया।
इस अवसर पर डीएसबी के परिसर निदेशक प्रो. एलएम जोशी ने विवि के गौरवशाली इतिहास को रेखांकित किया। कहा कि विवि से जुड़े शिक्षकों, कर्मचारियों, विशेषकर विद्यार्थियों से आशा है कि वे जीवन में अच्छी सफलता प्राप्त कर समाज के लिए सकारात्मक योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि इतनी सम्मानित संस्था से जुड़ पाए हैं। उन्होंने विवि के भविष्य में इसी तरह उन्नति करने के लिए शुभेच्छा व्यक्त की।
इस अवसर पर निदेशक शोध एवं प्रसार प्रो. ललित तिवारी, निदेशक डीआईसी प्रो. संजय पंत, निदेशक आईक्यूएसी प्रो. राजीव उपाध्याय, परीक्षा नियंत्रक प्रो. एचसीएस बिष्ट, प्रो. सावित्री कैड़ा जंतवाल, डॉ. आशीष तिवारी, डॉ. रीतेश साह, डॉ. महेश आर्य, पदम् सिंह बिष्ट, प्रकाश पांडेय, गजेंद्र कुमार, अमित व पंकज आदि उपस्थित रहे।